Mysterious Of The Painting Of MONA LISA:आखिर क्या है मोनालिसा पेंटिंग का रहस्य?
Mona Lisa |
लियोनार्दो डा विंची द्वारा बनाई गई पेंटिंग
MONA LISA
मोनालिसा पेंटिंग कहाँ रखी गई हैं ?
Louvre Museum in Paris |
लियोनार्दो द विंची कौन थे?
Leonardo dawinchi |
लियोनार्दो द विंची का जन्म 1452 मे,इटली के विंची नामक शहर में हुआ था। विंची उनका सरनेम नहीं था।कहा जाता है कि वह अपने पिताजी की नाजायज औलाद थे।उनका जन्म विंची नामक जगह पर हुआ था।उस जगह के नाम से ही इनका नाम लियोनार्डो द विंची पड़ा। लेकिन इनके पिता ने अपने बेटे की तरह ही इनका पालन-पोषण किया।
14 साल की उम्र में एक स्टुडियो में काम करना शुरू करते हैं। और बाद में यह पेंटिंग बनाना शुरू करते हैं।
लियोनार्दो डा विंची इंजीनियर, आर्कीटेक्टचर, म्यूजिशियन sculpture, artists, painter सब थे। यह शाकाहारी थे। इन्होंने विज्ञान और कला को मिला दिया।यह प्रकृति से प्रेम करते थे।
आज से करीब 500 साल पहले इटली के जीनियस लिओनार्दो दा विंची ने एक ऐसी पेंटिंग बनाई थी जो आज भी एक रहस्य बनी हुई है।मोनालिसा में ऐसे कौन से राज़ छुपे हुए हैं जो इस पेंटिंग को दुनिया की सबसे रहस्यमई और सबसे मशहूर पेंटिंग बनाते हैं।मोनालिसा के बारे में ऐसी बातें जो वाकई आपको हैरानी में डाल देंगी।
मोनालिसा से संबंधित रहस्यमई बातें
23 जून 1852 को Luc Maspro नाम के एक जवान फ्रेंच आर्टिस्ट ने पेरिस के एक होटल की चौथी मंजिल से कूदकर अपनी जान दे दी।वह मोनालिसा की रहस्यमई मुस्कान के लिए पागल था। उसकी सुंदरता पर मोहित था। उसने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा जिसमें उसने मोनालिसा के लिए अपने प्यार और सालों के इंतजार की बात की थी।
मोनालिसा के बारे में जो सबसे रहस्यमई बात है और जो बात आर्टिस्ट और इतिहासकार को सबसे ज्यादा सोचने पर मजबूर करती है वह है मोनालिसा की रहस्यमई मुस्कान ।जो अलग-अलग एंगल से देखने पर अलग अलग दिखती है मतलब बदलती रहती है ।पहले यह तस्वीर मुस्कुराती हुई दिखाई देती है फिर यह मुस्कान फीकी पड़ जाती है और फिर गायब हो जाती है।
एक रिसर्च से पता चला है कि जिस औरत को द विंची ने इस पेंटिंग में बनाया है, वह अपने अंदर कुछ राज छुपाए हुए हैं। इसलिए मोनालिसा की मुस्कान इतनी रहस्यमई है।
कुछ सालों पहले एक डॉक्टर ने यह कहकर सबको हैरानी में डाल दिया कि मोनालिसा की रहस्यमई मुस्कान का राज है,उसके ऊपरी दो दांतो का टूटा होना। और यही वजह है कि उसका ऊपरी होंठ थोड़ा दबा हुआ है।
सन 2000 में हार्वर्ड के एक न्यूरोसाइंटिस्ट डॉक्टर मार्गरेट ने बताया कि मोनालिसा की मुस्कान नहीं बदलती बल्कि इंसान का देखने का नजरिया बदलता है। मतलब यह आपके दिमाग का खेल है जैसा आप मोनालिसा के चेहरे को देखना चाहते हो वैसा ही आपको दिखता हैं । यह इस चीज पर निर्भर करता है कि आप किस चीज पर फोकस कर रहे हो।
सन 2000 में हार्वर्ड के एक न्यूरोसाइंटिस्ट डॉक्टर मार्गरेट ने बताया कि मोनालिसा की मुस्कान नहीं बदलती बल्कि इंसान का देखने का नजरिया बदलता है। मतलब यह आपके दिमाग का खेल है जैसा आप मोनालिसा के चेहरे को देखना चाहते हो वैसा ही आपको दिखता हैं । यह इस चीज पर निर्भर करता है कि आप किस चीज पर फोकस कर रहे हो।
लिओनार्दो दा विंची ने मोनालिसा को 1503 में बनाना शुरू किया था और वह 1517 तक काम करते रहे। उनको सबसे ज्यादा समय मोनालिसा के होंठ बनाने में लगा। मोनालिसा के होंठ बनाने में 12 साल लगा दिए थे।
यह बात तो सच है कि मोनालिसा एक बेहद खूबसूरत पेंटिंग है और शुरू से ही यह काफी मशहूर है लेकिन इतनी मशहूर यह कभी नहीं थी जितनी यह तब हुई जब इसे पैरिस के LOUVRE म्यूजियम से चुरा लिया गया।
दुनिया की सबसे मशहूर पेंटिंग को सबसे बड़े म्यूजियम से चुरा लिए जाना एक बड़ी हैरान कर देने वाली घटना थी। लेकिन उससे भी ज्यादा हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि इसके चोरी के इल्जाम में जिस आदमी को शक के घेरे में लिया गया वह हमारे एक और महान पेंटर थे Pablo Picasso।शुरुआत में पाब्लो पिकासो के ऊपर चोरी का इल्जाम लगा। बाद में काफी पूछताछ और तहकीकात के बाद यह आरोप हटा लिया गया।
मोनालिसा पेंटिंग की चोरी कब हुई थी?
1911 में 21 अगस्त के दिन इसे चुराया गया लेकिन उस दिन इस चोरी की तरफ किसी ने ध्यान नहीं दिया और इसे अगले दिन नोटिस किया गया। LOUVRE म्यूजियम को तहकीकात के लिए एक हफ्ते के लिए बंद कर दिया गया। इस कन्फ्यूजन की वजह से शायद पेंटिंग को म्यूजियम में ही कहीं और रख दिया गया होगा।
मोनालिसा पेंटिंग की चोरी किसने की थी?
बाद में पता चला कि मोनालिसा को पेरिस के LOUVRE म्यूजियम के वर्कर Vincenzo Peruggia ने चुराया था। वह म्यूजियम के एक छोटे से कमरे में छिप गया। म्यूजियम के बंद होने के बाद पेंटिंग को कोट में छिपा कर फरार हो गया।Vincenzo Peruggia कौन था?
Vincenzo Peruggia इटली का एक देशभक्त नागरिक था। उसका यह विश्वास था कि लियोनार्दो की यह पेंटिंग उनके देश में वापस आनी चाहिए और इसे इटली के म्यूजियम में दिखाया जाना चाहिए।
2 साल बाद Vincenzo Peruggia को तब पकड़ लिया गया जब वह मोनालिसा को लेकर इटली के फ्लोरेंस शहर के आर्ट म्यूजियम के डायरेक्टर को इसे बेचने जा रहा था।
दो हफ्तों तक मोनालिसा को इटली के उसी म्यूजियम में रखने के बाद 4 जनवरी 1914 को वापिस पेरिस के म्यूजियम में लाया गया।
Vincenzo Peruggia को उसके क्राइम के लिए 6 महीने की जेल हुई लेकिन इटली ने उसकी देशभक्ति के लिए उसका स्वागत किया।
मोनालिसा की एक जुड़वा पेंटिंग भी मौजूद है जो बिल्कुल लिओनार्दो दा विंची की "मोनालिसा"जैसी दिखती है। कहा जाता है कि दूसरी पेंटिंग को दा विंची के समय में ही उनके एक विद्यार्थी Francesco Melzi ने बनाया था।
यह दूसरी पेंटिंग स्पेन की राजधानी मेड्रिड के म्यूजियम में रखी है ।
Vincenzo Peruggia को उसके क्राइम के लिए 6 महीने की जेल हुई लेकिन इटली ने उसकी देशभक्ति के लिए उसका स्वागत किया।
मोनालिसा की एक जुड़वा पेंटिंग किसने बनाई?
मोनालिसा की एक जुड़वा पेंटिंग भी मौजूद है जो बिल्कुल लिओनार्दो दा विंची की "मोनालिसा"जैसी दिखती है। कहा जाता है कि दूसरी पेंटिंग को दा विंची के समय में ही उनके एक विद्यार्थी Francesco Melzi ने बनाया था।
यह दूसरी पेंटिंग स्पेन की राजधानी मेड्रिड के म्यूजियम में रखी है ।
मोनालिसा कौन थी?
आज तक यह बात रहस्य है कि मोनालिसा कौन थी? मतलब दा विंची ने यह किसकी पेंटिंग बनाई थी।
ज्यादातर स्कॉलर्स का यह मानना है कि इस पेंटिंग में जो तस्वीर है वह Lisa Gherardini की है जो फ्लोरेंस की एक इटालियन औरत थी। लेकिन एक थ्योरी यह भी कहती है कि मोनाालिसा, लियोनार्डो की खुद की तस्वीर है मतलब उन्होंने इस पेंटिंग में खुद को एक औरत के रूप में बनाया था।कुछ का मानना हैं कि यह पेंटिंग लिओनार्दो दा विंची की माँ की हैं ।
ज्यादातर स्कॉलर्स का यह मानना है कि इस पेंटिंग में जो तस्वीर है वह Lisa Gherardini की है जो फ्लोरेंस की एक इटालियन औरत थी। लेकिन एक थ्योरी यह भी कहती है कि मोनाालिसा, लियोनार्डो की खुद की तस्वीर है मतलब उन्होंने इस पेंटिंग में खुद को एक औरत के रूप में बनाया था।कुछ का मानना हैं कि यह पेंटिंग लिओनार्दो दा विंची की माँ की हैं ।
मोनालिसा पेंटिंग को किस प्रकार हानि पहुँचाई गई?
Mona Lisa painting |
इस खूबसूरत पेंटिंग को नुकसान पहुंचाने की कई कोशिशें हो चुकी हैं।1956 में एक Bolivian Tourist ने मोनालिसा पर एक पत्थर फेंका था जिसकी वजह से मोनालिसा की बाएं हाथ की कोहनी के पास एक छोटा सा निशान आ गया था।बाद में इसे ठीक कर दिया गया लेकिन निशान अब भी हल्का दिखता है।
इससे पहले एक व्यक्ति ने इस पेंटिंग पर एसिड फेंका था। इसके बाद मोनालिसा की सिक्योरिटी को देखते हुए इसे बुलेट प्रूफ ग्लास के अंदर रखा गया ।लेकिन इसके बाद भी एक लेडी ने मोनालिसा पर लाल रंग फैलाने की कोशिश की थी।
और 2009 में एक रशियन लेडी ने इसकी तरफ सिरामिक फेकनें की कोशिश की पर पेंटिंग दोनों ही केस में सुरक्षित रही।
लिओनार्दो दा विंची एक लेखक थे लेकिन हैरानी होती है कि उन्होंने अपनी सबसे मशहूर पेंटिंग मोनालिसा के बारे में कहीं कुछ भी नहीं लिखा।
द्वितीय विश्व युद्ध के समय मोनालिसा को 6 बार अपनी जगह से बदला गया ताकि यह बेशकीमती पेंटिंग जर्मन नाज़ियों के हाथों में ना चली जाए।
मोनालिसा का एक Nude Version किसने बनाया?
लियोनार्दो के एक स्टूडेंट ने 1514 से 1516 के बीच मोनालिसा का एक न्यूड वर्शन भी बनाया था जिसेMona Vanna कहा जाता है। इसके हाथ और बॉडी की पोजीशन बिल्कुल लियोनार्डो की मोनालिसा जैसी ही है।
कहा यह भी जाता है कि शायद इसे भी लिओनार्दो दा विंची ने ही बनाया हो।यह पेंटिंग पैरिस condemned Musium में रखी गई है।
कहा यह भी जाता है कि शायद इसे भी लिओनार्दो दा विंची ने ही बनाया हो।यह पेंटिंग पैरिस condemned Musium में रखी गई है।
लिओनार्दो दा विंची ने मोनालिसा को पेंट करने में 30 से भी ज्यादा लेयर का इस्तेमाल किया था और उनमें से कुछ तो एक इंसानी बाल से भी ज्यादा बारीक थी ।
मोनालिसा पेंटिंग की कीमत कितनी हैं ?
मोनालिसा दुनिया की बेशकीमती पेंटिंग है। गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के अनुसार मोनालिसा इतिहास की highest valuation वाली पेंटिंग है।
1962 में इसकी कीमत सौ मिलियन डॉलर्स आंकी गई थी 2019 में 700 millions dollar के आसपास है। लेकिन French Heritage Laws के अनुसारअ इसे बेचा और खरीदा नहीं जा सकता क्योंकि यह आम जनता के लिए है।
1519 में लिओनार्दो दा विंची जी की मृत्यु के बाद मोनालिसा फ्रांस के राजाओं के प्राइवेट कलेक्शन का हिस्सा बन गई। फ्रेंच रिवॉल्यूशन के बाद मोनालिसा को पेरिस केLOUVRE म्यूजियम में रखा गया।
यह पेंटिंग नेपोलियन को इतनी पसंद आई थी कि कुछ समय के लिए उन्होंने अपने बेडरूम में लगवा दिया था।
लिओनार्दो दा विंची के समय में कैनवस और पेपर मौजूद थे लेकिन उस वक्त के पेंटर यह सोचते थे की पेंटिंग के लिए लकड़ी का इस्तेमाल करना ही सही रहेगा।
जब आप इस पेंटिंग को देखते हो तो आप को लगेगा कि मोनालिसा की eyebrows और eyelashes नहीं दिखती।
अब सवाल उठता है कि लिओनार्दो दा विंची मोनालिसा की आइब्रोज और आईलैशेस क्यों नहीं बनाएं। 2017 में एक फ्रेंच इन्वेंटर पास्कल ने High Resolution Scan से पता लगाया कि लिओनार्दो दा विंची ने मोनालिसा की eyebrows और eyelashes बनाए थे। लेकिन समय बीतने के साथ धीरे-धीरे गायब हो गई ।शायद ज्यादा साफ़ सफाई के कारण ऐसा हुआ है।
1962 में इसकी कीमत सौ मिलियन डॉलर्स आंकी गई थी 2019 में 700 millions dollar के आसपास है। लेकिन French Heritage Laws के अनुसारअ इसे बेचा और खरीदा नहीं जा सकता क्योंकि यह आम जनता के लिए है।
1519 में लिओनार्दो दा विंची जी की मृत्यु के बाद मोनालिसा फ्रांस के राजाओं के प्राइवेट कलेक्शन का हिस्सा बन गई। फ्रेंच रिवॉल्यूशन के बाद मोनालिसा को पेरिस केLOUVRE म्यूजियम में रखा गया।
यह पेंटिंग नेपोलियन को इतनी पसंद आई थी कि कुछ समय के लिए उन्होंने अपने बेडरूम में लगवा दिया था।
मोनालिसा पेंटिंग का साइज और वजन कितना हैं?
यह पेंटिंग बहुत छोटे साइज की है। इसका साइज 30 by 21 inches है।और इसका वजन 8 किलोग्राम है।मोनालिसा पेंटिंग किस पर बनाई गई हैं ?
लिओनार्दो दा विंची ने इसे कागज और कैनवस पर नहीं बनाया था बल्कि पॉपुलर की लकड़ी के पैनल पर ऑयल पेंट से बनाया था। और इतनी खूबसूरती से बनाया था कि इस पर ब्रश के निशान देखना बेहद मुश्किल है।लिओनार्दो दा विंची के समय में कैनवस और पेपर मौजूद थे लेकिन उस वक्त के पेंटर यह सोचते थे की पेंटिंग के लिए लकड़ी का इस्तेमाल करना ही सही रहेगा।
जब आप इस पेंटिंग को देखते हो तो आप को लगेगा कि मोनालिसा की eyebrows और eyelashes नहीं दिखती।
अब सवाल उठता है कि लिओनार्दो दा विंची मोनालिसा की आइब्रोज और आईलैशेस क्यों नहीं बनाएं। 2017 में एक फ्रेंच इन्वेंटर पास्कल ने High Resolution Scan से पता लगाया कि लिओनार्दो दा विंची ने मोनालिसा की eyebrows और eyelashes बनाए थे। लेकिन समय बीतने के साथ धीरे-धीरे गायब हो गई ।शायद ज्यादा साफ़ सफाई के कारण ऐसा हुआ है।
मोनालिसा पेंटिंग पर क्या लिखा गया हैं?
Paranormal Crucibl नाम की एक वेबसाइट ने दावा किया था कि मोनालिसा की पेंटिंग में एलियन छिपा है। कहा गया कि अगर इस पेंटिंग को लेफ्ट साइड से शीशे के साथ जोड़कर देखा जाए तो एलियन जैसी आकृति बनती है।यह बात तब सोचने पर मजबूर करती है जब एक और थ्योरी सामने आती है। जिसमें कहा गया कि दा विंची ने इस पेंटिंग के लेफ्ट साइड में बड़े ही रहस्यमई तरीके से एक संदेश छिपाया हुआ है। थ्योरी बतातीं हैं कि पेंटिंग में इटालियन भाषा में लिखा गया है
"La Risposta Si Trova qui"
इसका मतलब है
"The answer is here"
मतलब "उत्तर यहां है"। इस थ्योरी में कितनी सच्चाई है इसकी कोई पुष्टि नहीं की जा सकी।
मोनालिसा के फैन दुनिया भर में है। इस पेंटिंग पर बहुत सारी कविताएं भी लिखी जा चुकी है और गाने भी बन चुके हैं ।जब से इसे पेरिस के म्यूजियम में रखा गया है तब से इसे वहां प्रेम पत्र मिलते हैं।चाहने वालों की तरफ से फूल मिलते हैं।
मोनालिसा का क्या अर्थ हैं ?
मोनालिसा को इंग्लिश में Mona Lisa लिखा जाता है लेकिन इसकी सही spelling है Monna Lisaकोई इसे Mona Lisa कहता है तो कोई Monna Lisa कहता है ।
लेकिन इटालियन में इसको Monna Lisa कहा जाता है। इसका मतलब होता है
My lady
"The Wedding Feast At Cana"
इसे इटली के ही एक पेंटर Paolo Veronese
ने 1563 ने बनाया था । यह पेंटिंग इतनी खूबसूरत है कि इसकी तारीफ के लिए शब्द कम पड़ जाएंगे लेकिन क्योंकि यह पेंटिंग इतनी मशहूर नहीं है इसलिए लोग इसे देखने में ज्यादा रुचि नहीं लेते।इसी वजह से मोनालिसा के सामने तो बहुत भीड़ दिखाई देती है लेकिन इसे देखने के लिए बहुत कम लोग आते हैं।
अगर हम सच्चे कला के पुजारी हैं तो हमारे पास वह आंखें होनी चाहिए जो एक कला को परख सकें। हम किसी भी चीज़ को इतना महत्व इसलिए नहीं देना चाहिए कि वो मशहूर है। बल्कि हमें प्रत्येक अच्छी चीज की प्रशंसा करनी चाहिए।
अगर हम सच्चे कला के पुजारी हैं तो हमारे पास वह आंखें होनी चाहिए जो एक कला को परख सकें। हम किसी भी चीज़ को इतना महत्व इसलिए नहीं देना चाहिए कि वो मशहूर है। बल्कि हमें प्रत्येक अच्छी चीज की प्रशंसा करनी चाहिए।
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