आत्मनिर्भर भारत अभियान
Self-reliant India campaign
भारत को मिला 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज
कोरोना वायरस के कारण गिरती अर्थव्यवस्था को संकट से उबारने के लिए प्रधानमंत्री नद्र मोदी ने मंगलवार को 20 लाख करोड़ रुपए के पैकेज का ऐलान किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढांचा,आधुनिक तकनीक, जनसांख्यिकी और मांग के पांच स्तंभों पर आत्मनिर्भर भारत खड़ा करने का बिगुल फूंका है।
मंगलवार को देश को पांचवे संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने lockdown को चौथी बार बढ़ाने की घोषणा के साथ आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए 20लाख करोड़ रूपए के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया। यह पैकेज देश की अर्थव्यवस्था का 10 फ़ीसदी है।
वित्त मंत्रालय के पिछले पैकेज और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा उठाए गए कदमों को जोड़ दें तो कुल पैकेज 20 लाख करोड़ रुपए का है।इस पैकेज का ब्यौरा देने से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंकार कर दिया उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अगले कुछ दिनों में इस पैकेज की विस्तृत जानकारी देंगी।
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देश को अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों श्रमिकों का जिक्र करते हुए साहसिक सुधारों पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कारोबार को बढ़ाने और निवेशकों को भारत में अपना निवेश बढ़ाने के लिए आकर्षित करने और मेक इन इंडिया अभियान को आगे ले जाने के लिए कृषि की सप्लाई चेन,तर्कसंगत कर प्रणाली, सरल कानून, कुशल मानव संसाधन और मजबूत वित्तीय व्यवस्था की जरूरत है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया कि वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण बुधवार से विभिन्न चरणों में पैकेज की जानकारी देंगी।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा लॉकडाउन का चौथा चरण पूरी तरह नए रंग-रूप और नए नियमों वाला होगा विभिन्न राज्यों के द्वारा दिए गए सुझावों के आधार पर lockdown 4.0 की रूपरेखा और घोषणा 18 मई से पहले होगी। पर उन्होंने इतना जरूर बताया कि इस चरण में ढील दी जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब अपने संबोधन में यह कहा कि कोरोना जीवन का हिस्सा बना रहेगा लेकिन हम अपनी जिंदगी को कोरोना के आस-पास ही सिमटने नहीं दे सकते। इसीलिए मास्क पहनेंगे,2 गज की दूरी रखेंगे मगर लक्ष्य से दूर नहीं होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह एक अप्रत्याशित संकट है और हमें खुद को इससे सुरक्षित रखते हुए आगे बढ़ना होगा।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिया गया 20 लाख करोड़ का यह पैकेज दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा राहत पैकेज है ।
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विश्व में जीडीपी के लिहाज से कोरोना महामारी से उबरने के लिए दुनिया का सबसे बड़ा आर्थिक पैकेज जापान ने दिया जो वहां की जीडीपी का 21.1% है।
21.1% के साथ जापान प्रथम स्थान पर हैं।
13% के साथ अमेरिका दूसरे स्थान पर है।
12% के साथ स्वीडन तीसरे स्थान पर है।
10.7% के साथ जर्मनी चौथे स्थान पर है।
10% के साथ भारत पांचवें स्थान पर हैं ।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि यह पैकेज श्रमिकों किसानों इमानदार करदाताओं छोटे और मध्यम कुटीर उद्योगों के लिए होगा ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुटीर एवं लघु उद्योग करोड़ों लोगों को आजीविका देते हैं। ईमानदारी से कर देने वाला वर्ग, आर्थिक प्रगति में योगदान करता है। किसान और मजदूर हर मौसम में समाज के लिए काम करते हैं। उद्योग रोजगार देते हैं उन सभी का ध्यान इस पैकेज में रखा जाएगा।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा कि मछुआरों चरवाहों जैसे वर्ग को भी आर्थिक पैकेट में कुछ न कुछ जरूर मिलेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि यह विशेष पैकेज आत्मनिर्भर भारत अभियान की अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा।
मोदी ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि जब बड़ी-बड़ी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गई तो स्थानीय अर्थव्यवस्था ने भारत की जरूरतें पूरी की।
स्थानीय आपूर्ति व्यवस्था, स्थानीय विनिर्माण,स्थानीय बाजार इस वक्त देश के बहुत काम आए इसीलिए लोकल को ही जीवन मंत्र बना लेना चाहिए और स्थानीय उत्पादों को वैश्विक स्तर का बना देना चाहिए। मोदी ने कहा कि स्थानीय ब्रांड और उत्पादों को दुनिया भर में मशहूर करना और अपनी अर्थव्यवस्था का आधार बनाना हमारा संकल्प होना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में स्थानीय अर्थव्यवस्था की अहमियत पर जोर देते हुए उन्होंने
"लोकल के लिए वोकल "
का नारा दिया।
प्रधानमंत्री ने संबोधन में कहा कि हमारा संकल्प कोरोना वायरस के संकट से भी विराट होगा। हमें थकना, हारना, टूटना, बिखरना मंजूर नहीं है।
मोदी ने कहा राष्ट्र के रूप में हम एक बेहद अहम मोड़ पर खड़े है।यह आपदा भारत के लिए एक बहुत ही बड़ा अवसर लेकर आई है। जब इन दोनों काल खंडों को भारत के नजरिए से देखते हैं तो लगता है कि 21वीं सदी भारत की होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, आत्मनिर्भर भारत यह हमारा सपना नहीं,हम सबकी जिम्मेदारी भी है।
विश्व की आज की स्थिति भी यही सिखाती है कि इसका एक मार्ग है आत्मनिर्भर भारत।
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पीएम नरेंद्र मोदी ने संबोधन में कहा कि भारत आत्मनिर्भर बनें स्वावलंबी बने। भारत के आत्मनिर्भर और स्वावलंबन की इमारत पांच स्तंभ पर खड़ी होगी।
पहला स्थान- अर्थव्यवस्था जो उत्तरोत्तर नहीं क्वांटम उठा लाए।
दूसरा -आधारभूत ढांचा जो आधुनिक भारत की पहचान बने।
तीसरा- हमारी व्यवस्था।
चौथा -जनसांख्यिकी और
पांचवा -मांग
पीएम मोदी ने कहा कोरोना वायरस जो आपदा भारत के लिए लाई है उससे भारत को एक संकेत,अवसर और संदेश मिला है। कोरोना संकट जब शुरू हुआ था तब भारत में एक भी पीपीई नहीं बनती थी। N-95 mask का नाम मात्र उत्पादन होता था। आज भारत में प्रतिदिन दो लाख पीपीई और दो लाख एन-95 मास्क बनाए जा रहे हैं।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में 4-Lपर जोर दिया।यह 4-L
Land, Labour, Liquidity, Laws.
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पीएम मोदी ने अपने संबोधन में 4-Lपर जोर दिया।यह 4-L
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