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Monday, April 6, 2020

निबंध:- जल सरंक्षण (water conservation )

    

निबंध:- जल सरंक्षण

22 मार्च को विश्व जल सरंक्षण दिवस मनाया जाता है। जल सरंक्षण दिवस,जल सरंक्षण  के प्रति लोगों  में जागरूकता  पैदा करने  के  लिए  मनाया जाता है,परन्तु इसकी सार्थकता  तभी संभव है जब लोग इसके महत्व को समझकर उसे अपने जीवन में शामिल करे और इसके प्रति कृतज्ञ रहें।

water conservation


निबंध : जल सरंक्षण (50 -150 शब्द )


 मनुष्य इस सृष्टि का अनमोल प्राणी है और मनुष्य का शरीर पांच तत्वों से बना है जिनमें जल वायु अग्नि आकाश और पृथ्वी यदि इनमें से किसी भी एक तत्व की कमी हो जाए तब तो मनुष्य का जीवन ही खतरे में पड़ जाएगा।

पृथ्वी पर मनुष्य के जीवन को बनाए रखने के लिए इन पांच तत्वों की आवश्यकता है इनमें से ही एक महत्वपूर्ण तत्व है जल तत्व।

 जल सरंक्षण आज कल की एक गंभीर चुनौती बन चुकी है ।
 हमारे सौरमंडल में 8  ग्रह हैं ,उन ग्रहों में पृथ्वी एक ऐसा ग्रह है जिसमें मनुष्य का जीवन है। जैसे इसमें पानी है, हवा है,जीवन हैं ।और यह सभी  मनुष्य के लिए आवश्यक चीजें हैं।

 जल की जरूरत सिर्फ हमारी पृथ्वी पर ही पूरी हो सकती हैं। हमें किसी भी  दूसरे ग्रह से पानी नहीं मिल सकता।
पानी एक अमूल्य  प्राकृतिक संसाधन है। इसीलिए हमें पानी को स्वच्छ और सुरक्षित रखने के उपायों के बारे में हमेशा ही सोचते रहना चाहिए। जिससे  हमारे पास जो  पानी है वह  स्वच्छ और सुरक्षित रहे और भविष्य में भी हमें इसी तरह पानी  की कभी कमी ना होने पाए। यह सुनिश्चित करना   प्रत्येक व्यक्ति का महत्वपूर्ण  कर्तव्य है।


निबंध: जल सरंक्षण (150 -350 शब्द )

मनुष्य के जीवन में जल का क्या महत्व है यह किसी को बताने या कहने वाली बात ही नहीं है।  जीवन जीने के लिए जल और वह भी शुद्ध  जल बहुत ही आवश्यक है।  इसके लिए हमें  जल का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए बल्कि जल के बचाव के उपायों को ढूंढना चाहिए, और उनको उपयोग में भी लाना चाहिए।

 जैसे कि आप सभी लोग जानते हैं कि  एक कहावत है" बूंद- बूंद से घड़ा भरता है" इस कहावत का आशय यही है कि यदि हम थोड़ा- थोड़ा करके भी बचाएं तो हमारे पास बहुत ज्यादा हो सकता है।  अगर आप इसी कहावत को पानी के सन्दर्भ में  देखें ,तो इसका मतलब यही होता है कि हमें पाने की एक -एक  बूंद को बचाना चाहिए।

 यदि हम आज जल संरक्षण करते हैं तो वह हमें भविष्य में काम आएगा। हमारे जीवन की रोजमर्रा के  सारे काम बिना जल के हो ही नहीं सकते।  रोजमर्रा के कामों में जल  की जितनी आवश्यकता है अगर उसे   पूरा करने में अतिरिक्त  जल को बर्बाद होने दे, तो यह निश्चित है कि जल्दी ही हमारे लिए जल उपलब्ध नहीं रहेगा।

 पूरे विश्व में जल का  स्तर घटता जा रहा है, जिसका दुष्परिणाम आगे सभी मानव जाति को भुगतना पड़ सकता है. अगर हम सब आज नहीं सचेत होते हैं तो हो सकता है कि कल को हम एक एक बूंद पानी  के लिए भी तरस जाएं।

 जल मनुष्य के जीवन के साथ-साथ पेड़-पौधों और समस्त  जीवधारियों  है के  लिए भी जरूरी है। अगर पानी ही नहीं होगा तो मनुष्य  क्या खाएगा कैसे जीवित रहेगा और बाकी जितने  भी जीवित प्राणियों हैं  कैसे जीवित रहेंगे ।

जल संरक्षण की आदत हमें बच्चों में बचपन से ही डालनी चाहिए। उनके अंदर यह आदत इस प्रकार से समाहित हो जाए कि वह  चाहते हुए भी पानी को बर्बाद ना कर पाए।  पर यह सब  हमें उनके बचपन से ही करना पड़ेगा।

कहने के लिए तो यह कहा जाता है कि पृथ्वी का तीन चौथाई भाग जल से घिरा हुआ है लेकिन कितना जल होने के बावजूद भी हमारे उपयोग के लायक मात्रा बहुत ही कम है। जल की जो मात्रा है उस जल का 97% जल नमकीन है जो मनुष्य के किसी भी काम के लायक नहीं हैं सिर्फ तीन प्रतिशत  जल है जो मनुष्य के द्वारा उपयोग किया जा सकता है। इसमें से भी 2% ग्लेशियरों के रूप में है और बाकी का बचा हुआ 1% पानी ही मनुष्य उपयोग कर सकता है।

 अगर हम आज जल संरक्षण नही करते हैं और ऐसे ही पानी को बर्बाद करते रहेंगे तो यह मात्रा घट जाएगी और मनुष्य एवं  समस्त जीवित प्राणी पानी के लिए तड़पने  लगेंगे।

वर्तमान में भी हमारे देश में और विश्व के अन्य देशों में कई ऐसे स्थान है जहां पर पानी की दिक्कत है। हमारे भारत में राजस्थान एक ऐसा इलाका है जहां पर लोगों को पीने का पानी लेने के लिए भी कई- कई मील दूर पैदल जाना पड़ता है। कहीं-कहीं तो पानी ना मिलने के कारण लोग इसको खरीद कर भी इस्तेमाल करते हैं, और कहीं-पर तो  लोग गंदा पानी पीने के लिए भी मजबूर हो जाते हैं।  जिसके कई दुष्परिणाम भी निकलते हैं।  इससे मनुष्य का स्वास्थ्य खराब हो जाता है और वह कई  प्रकार की बीमारी से भी ग्रस्त हो सकता है।

मानव के विभिन्न के क्रियाकलाप  भी पानी का स्तर कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। वैसे तो कई सारी ऐसे गैर सरकारी संस्थाएं हैं जो जल संरक्षण के उद्देश्य को लेकर उस पर कार्य करती रहती हैं लेकिन सिर्फ इतना ही करना पर्याप्त नहीं है। संसार का हर एक व्यक्ति अगर यह सोच ले कि उसे जल को बर्बाद नहीं करना है, और उसको बचाना है  ताकि भविष्य में भी उसका उपयोग हो सके तो इसके लिए व्यक्तिगत स्तर पर ही इस प्रयास को कार्यान्वित करना होगा ।

जल सरंक्षण के उपाय


पानी का दुरुपयोग रोकें।
पानी के उपयोग को ठीक से प्रबंधित करें।
उचित उपचार के बिना प्रदूषकों का निर्वहन बंद करें।
पानी की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए प्रयास करें।
हमारे शौचालय में पानी की बर्बादी रोकें।
वर्षा-जल संचयन और सिंचाई परियोजनाओं को बढ़ावा दे।


save water
don't waste water


निबंध: जल सरंक्षण (300 -500 शब्द )


 कहा जाता है कि जल है तो जीवन है और यह बात  परम सत्य है , क्योंकि पानी  प्रकृति का सबसे अनमोल उपहार है। वैसे तो पानी का ना तो कोई स्वाद होता है, ना कोई गंध और  ना ही कोई रंग होता है ।लेकिन फिर भी पानी समस्त जीवित जीवो के द्रव तत्व का आधार है  ।

पानी हर जगह पाया जाता है।हमें पानी झीलों,पनी के टैंकों, तालाबों, कुओं, नदियों, बारिशों और झरनों मे मिलता है। पृथ्वी का लगभग तीन-चौथाई हिस्सा पानी है। हमें जल के इन संसाधनों को सुरक्षित रखने, इसके  व्यर्थ उपयोग  को रोकने पर ध्यान देने की आवश्यकता है।

आज जल  की समस्या गंभीर है ।इस समस्या से जूझने के लिए हम सबको अपने घर से ही शुरुआत करनी पड़ेगी हम सब अपने घर में बूंद-बूंद करते बहते पानी को बचा सकते हैं इसके लिए हमें कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ेगा।

 जैसे कि हम अपने घर में रोज नहाने के लिए फव्वारे के बजाय बाल्टी का इस्तेमाल करें और रसोई घर में जो पानी इस्तेमाल होता है उसी बचे  पानी का इस्तेमाल हम अपने ही घर के  पौधे में भी डाल सकते हैं।

 नल को खुला न छोड़ें काम करने के बाद उसे तुरंत बंद करें और हो सके तो बहते पानी से काम करने के बजाए पानी को किसी बर्तन में रखकर इस्तेमाल करें।

पानी की समस्या को दूर करने के लिए हमें ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने की तरफ भी ध्यान देना चाहिए, क्योंकि  पेड़ पौधे बारिश लाने में सहयोग करते हैं।  और यदि हम अधिक मात्रा में पेड़ पौधे लगाएंगे तो बारिश भी अच्छी होगी जिससे हमारे यहां जो पानी का स्तर कम हो रहा है वह नहीं होगा।

जल के उपयोग 

water for drinking
water use for drinking

 इस धरती पर पानी के बिना कुछ भी जीवित नहीं रह सकता।  मनुष्य,पशुओं और पौधों  सभी  को जीवित  रहने के लिए पानी की आवश्यकता होती है। यह पृथ्वी पर सभी जीवन का आधार हैं ।

दैनिक जीवन केअधिकांश घरेलू कार्य के  लिए पानी आवश्यक है। हम पानी  पीने के लिए, खाना पकाने के लिए,नहाने के लिए और साफ सफाई के लिए पानी का इस्तेमाल करते हैं।

किसानों को फसलों की बढोत्तरी और पौधों के लिए पानी की आवश्यकता होती है।
इसके अलावा,  विभिन्न औद्योगिक गतिविधियों  में भारी मात्रा में पानी की खपत होती है। इसका उपयोग जल विद्युत उत्पादन में भी किया जाता है।

बारिश का पानी इकट्ठा करके पानी को बचाया जा सकता है। जब हम वर्षा का जल एकत्र करते हैं, तो इसका उपयोग विभिन्न घरेलू  कार्यों  के लिए कर सकते हैं और नल के पानी की  खपत को कम कर सकते हैं ।

बहते  हुए पानी के उपयोग से बच कर भी पानी को बचाने में मदद मिलेगी।

शॉवर के उपयोग को  इसे सीमित करके या बंद करके पानी को बचाया जा सकता है। लोग इसके बजाय बाल्टी  का उपयोग   है।

सिंचाई को नियंत्रित करने से जल संरक्षण में भी मदद मिलेगी। यह बोरहोल पानी का उपयोग करके सिंचाई करने के लिए किया जा सकता है और पानी को टैप नहीं किया जा सकता है।

हमें निम्नलिखित कारणों से जल संरक्षण  करना चाहिए:


हमारी भावी पीढ़ी के लिए पानी की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करना।

हालांकि पानी की एक बड़ी मात्रा को पुर्ननवीनीकरण किया जा सकता है, लेकिन ऐसा करने में  बड़ी मात्रा में बिजली, ऊर्जा और धन का व्यय होता है।

झीलों, महासागरों में स्वच्छ जल, नदियाँ जल पशुओं के स्वस्थ जीवन को सुनिश्चित करती हैं।
दुनिया भर में लाखों लोग अभी भी स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल से वंचित हैं।


निबंध: जल सरंक्षण- (500 - 700 शब्द )



 जल संरक्षण  क्या है?

Water, Aqua, Drop, Hand
Save every drop of water

 जल संरक्षण का अर्थ  है कि जल  जो हमारे जीवन का आधार है उसे व्यर्थ ना बहाते  हुए उसको सुनिश्चित  तरीके से उपयोग कर भविष्य के लिए  बचाना है।

जल संरक्षण का मतलब है जल को वर्ततमान में सावधानी से इस्ततेमाल करते हुए भविष्य के लिए  सुरक्षित रखना। यह हमारे दिन-प्रतिदिन के जीवन के लिए और भविष्य की पीढ़ियों के जीवन के लिए भी लागू हो सकता है जो हमारे द्वारा बचाए गए पानी का आनंद लेगे।

जल संरक्षण न केवल आपके पानी के बिलों में कटौती करेगी अपितु यह  भविष्य की पीढ़ियों के लिए पर्यावरण को बचाने में भी मदद करेगी।

जल सरंक्षण के तरीके 


सबसे पहले, इसका मतलब है कि  पानी के उपयोग पर कटौती
दूसरे, इसका मतलब यह सुनिश्चित करना हो सकता है कि हमारी पानी की आपूर्ति ताजा, सुरक्षित, स्थायी और स्वास्थ्य है।
दोनों ही महत्वपूर्ण हैं।
पानी बचाना जरूरी है। यह एक ऐसी प्रथा है जिसे दुनिया भर के सभी लोगों को अपनाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हमारे पास एक हरी-और प्यास मुक्त दुनिया है।

 जल संरक्षण की आवश्यकता क्यों पड़ती है?


 भारत और विश्व के अन्य देशों में कई बड़े शहर ऐसे हैं जहां पर तीव्र गति से औद्योगिककरण हुआ है और वहां की सबसे बड़ी समस्या शुद्ध जल और वायु है।

  औद्योगीकरण के चलते बड़े-बड़े शहरों में लोगों को पीने के लिए शुद्ध जल भी मिल पाना बड़ा ही मुश्किल होता है। इन शहरों में लोग पीने का पानी दुकानों से खरीद कर पीते हैं इसीलिए जल का संरक्षण करना बहुत जरूरी है।

मानव की दैनिक जरूरतें जैसी कि अनाज, फल ,सब्जियां इन सबके पैदावार के लिए पानी की जरूरत पड़ती है।   यदि खेतों में सिंचाई के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं होगा तो इन फसलों की पैदावार कम हो जाएगी और जिससे देश में भुखमरी वाले हालात हो जाएंगे, इसीलिए जल बचाना जरूरी है।

शुद्ध पेयजल की कमी होने से जब मनुष्य अशुद्ध जल पिएगा तो उसके स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव पड़ेगा जिससे वह विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त हो जाएगा इसलिए हमें जरूरी है कि हम शुद्ध पेयजल का संरक्षण करे।

 पानी के निरंतर घटते स्तर के कारण धरती के अंदर संग्रहित जल स्तर में भी गिरावट आई है धीरे-धीरे करके यह गिरावट और बढ़ेगी तो धरती बंजर हो जाएगी और उस में जगह-जगह दरारें पड़ जाएंगे जो इंसानों के लिए फायदेमंद है और न किसी प्रकार की खेती के लिए और यहां पर भूकंप जैसे हालात हो सकते हैं।


जल ही जीवन है ऐसा कहा जाता है क्योंकि यह  मनुष्य, पौधों और जानवरों सभी के लिए उपयोग होता हैं।  लेकिन इसके साथ -साथ  पानी  व्यर्थ भी होता है। इसलिए हमें पानी बचाने वाले उपायों पर ध्यान देना चाहिए। 

आपकी जल सरंक्षण में सहायता करने के लिए  नीचे पानी बचाने के कुछ तरीकों की सूची दी गई है :

Highway, Mountain, Trees, Forest, Woods
Source of  water

 पानी के रिसाव को रोकें।


 यदि आपके घर की पानी की आपूर्ति करने वाली पाइप टूटी है या नल से पानी टपक रहा है तो  तुरंत ठीक कराएं क्योंकि यह बूँद -बूँद कर बहुत पानी बर्बाद कर सकता है!

एक रिसाव करने वाला  नल या फटा  पाइप केवल एक घंटे में कई  गैलन पानी को बाहर निकाल सकता है। तो, अपने घर या व्यावसायिक परिसर में लीक के बारे में सतर्क रहना सुनिश्चित करें। और, यदि आपके शहर में बाहर कहीं  पर पानी का रिसाव हो रहा है तो, तो अधिकारियों को जल्द से जल्द सूचित  करें।

 जल संरक्षण के उपकरण  अपने नल में लगाएं,जो  आपको अपने नलों से पानी के प्रवाह को सीमित करने में मदद करता  है।
   

 बरसात  का पानी इकट्ठा करें।


बारिश का पानी आमतौर पर पीने के लिए सुरक्षित नहीं है जब तक कि आपके पास उचित जल शोधक न हो। लेकिन बारिश के पानी का उपयोग बगीचे में के पौधों की सिंचाई के लिए या अपनी कार को धोने के लिए किया जा सकता है।

नल का उपयोग नहीं होने पर बंद करें या स्वचालित नलों का प्रयोग करे ।


यदि हम दैनिक जीवन में कुछ और छोटी सी चीजों का ध्यान दें जैसे कि यदि हम ब्रश या सेविंग कर रहे हैं तो हमें जितना पानी चाहिए उसे हम किसी बर्तन में रखने और नल  को बंद कर दें।
 किसी चीज को धोने के लिए पहले कम पानी का इस्तेमाल करें।  साधारण चीजें जैसे कि स्नान  को ओवरफिल करना और नल को नहीं छोड़ना, जबकि आप अपने दांतों को ब्रश करते हैं, हर दिन आपको गैलन पानी बचा सकते हैं।

 नए उत्पादों की  खरीद पर कटौती करें।


बहुत से लोग यह नहीं जानते कि कइन गैलन पानी का उपयोग कारों, प्लास्टिक फर्नीचर और रोजमर्रा के कपड़ों के उत्पादन में किया जाता है।  यदि हम इन उत्पादों को खरीदने में कटौती कर दें तो हम इस तरीके से कई गैलन पानी बचा सकते हैं और अपना भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं ।

शौचालय में पानी की बर्बादी रोकें


हर बार जब आप टॉयलेट को फ्लश करते हैं, तो कई गैलन पानी बर्बाद हो जाता है। शौचालय, सामान्य रूप से, बहुत अक्षम हैं: शौचालय को ठीक से फ्लश करने के लिए आपको एक गैलन पानी से कम की आवश्यकता होती है। पानी की बचत करने वाली डिवाइस का प्रयोग अपने शौचालय में करें।

बाथटब या बाल्टी का प्रयोग करें।


फुहारे से नहाने के बजाय हमें बाल्टी- मग या बॉथटब का प्रयोग करना चाहिए। आप स्वयं भी ऐसा करे और  अपने बच्चों को तथा दुसरो  भी इसके उपयोग करने की सलाह दे। घरों में फ़र्श की सफाई के लिए भी बहते पानी का उपयोग न करेंबल्कि बाल्टी और मोप  इस्तेमाल करे।


 पानी का पुन: उपयोग करें।

know about  it👇

Waste Water Treatment 


घरों में रसोईं घर में हम इस्तेमाल होने वाले पानी जैसे सब्जियों,दालों  एवं चावलों को धोने के लिए जिस पानी का प्रयोग करते है वही पानी हम घर के पेड़ पोधों में डाल सकते हैं।
 आलूओं को पकाने के लिए जो पानी आप इस्तेमाल करते है , उन्हें फेंक न दें। इसे ग्रेवी में बदल दें या बाद में अन्य सब्जियों को पकाने के लिए इसका इस्तेमाल करें।

 जल के  स्रोतों को  प्रदूषित न करें


जल के स्रोतों को प्रदूषित न करें: कृषि और औद्योगिक इकाईओं में  रासायनिक का प्रयोग, सौंदर्य प्रसाधन और अन्य मानव निर्मित उत्पादों से प्लास्टिक के टुकड़े, और अपशिष्ट जो  ठीक से सड़ नहीं पाए हैं, भूमिगत जल को बड़े पैमाने पर प्रदूषित करते हैं। हमें  घरेलू क्लीनर, सौंदर्य प्रसाधनों और जहरीले रसायन का  प्रयोग करने से बचना चाहिए।

घर पर और कार्य स्थल  पर इको फ्रेंडली स्प्रे और अन्य उत्पादों का उपयोग करना (साथ ही साथ अन्य कंपनियों के लिए भी ऐसा ही करने के लिए अभियान चलाना) उस पानी को शुद्ध  रखने में मदद करेगा।

 जल संरक्षण के क्रियाकलापों में योगदान करें।


जल संरक्षण के क्रियाकलापों में घर और विदेश में दूसरों की मदद करें! यदि आप व्यक्तिगत तौर पर ऐसा करने में सक्षम नहीं आप दूसरों को अपना पैसा देकर ऐसा करने में मदद कर सकते हैं। उन चैरिटी के लिए दान करें जो सूखे के जोखिम वाले देशों में पानी की आपूर्ति को सुरक्षित करती हैं और जो दूसरों को पानी बचाने के महत्व के बारे में शिक्षित करती हैं।

 जल संरक्षण की अवधारणा का विस्तार करें ।


जल संरक्षण  एक वैश्विक मुद्दा है, और इस तरह यह हर किसी की ज़िम्मेदारी होनी  चाहिए। जितने अधिक लोग एक साथ काम करते हैं और पानी को बचाने के लिए  उपाय करते हैं, उतना अधिक यह प्रभावशाली बनेगा।  इसलिए, दूसरों को पानी बचाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए आपके पास जो साधन उपलब्ध है उसका  उपयोग करें। सोशल मीडिया द्वारा, सार्वजनिक रूप से, लोगों के साथ बातचीत  करके, जल संरक्षण की अवधारणा का विस्तार करें ।

 अपने क्षेत्र के अधिकारियों को सूचित करें


अपनी सरकार और स्थानीय अधिकारियों को यह याद दिलाए  कि इस अनमोल संसाधन  की आपूर्ति को सुरक्षित रखने के लिए  जल सरंक्षण कितना महत्वपूर्ण है। इसके लिए हम सरकार के किसी सदस्य को  एक ईमेल भेज  सकते  है, या आप उन्हें एक पत्र लिख सकते हैं, जब वे जनता के सदस्यों के साथ बैठक कर रहे हों, तब उनसे आमने-सामने बात कर सकते हैं या मीडिया के माध्यम से  सामाजिक संपर्क कर सकते हैं।



 अपने बगीचे में एक 'ट्रिकल डाउन' सिस्टम बनाएं।


पॉट बास्केट के नीचे पौधों के गमलें  रखें। टोकरी को ही पानी दें, फिर गमले के पौधों को उस पानी सिंचने  दें जो उसमें से नीचे गिरता है।


   जल की मात्रा को मापने का मीटर लगाएं ।


यह आपको पानी के खपत को नियंत्रित  करने में मदद करेगा कि आप कितना पानी का उपयोग करते हैं और इसकी लागत कितनी हैं यह आपको पानी को बचाने में मदद


 अपने पौधों के गमलों  को प्लास्टिक ट्रे में रखें।


जब हम अपने पौधों को पानी देते हैं, तो कभी-कभी पानी मिट्टी में, या दरारें से बह कर बाहर निकल जाता है । इसलिए अपने गमलों के पौधों को प्लास्टिक की ट्रे में रखें, ताकि पानी व्यर्थ ना हो ।


importance of water
Importance of water

निष्कर्ष

 जल सरंक्षण  एक अत्यंत जरूरी मुद्दा है, अतः हम सभी को इस बारे में गंभीरता से विचार करना चाहिए। 

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