TET और CTET परीक्षा क्या है ?TET और CTET का पूरा नाम क्या है? TET और CTET में क्या अंतर होता है?
यदि आप भारत में के किसी भी सरकारी स्कूल जो क्लास 1 से 8 तक हैं, में पढ़ाना चाहते हैं तो आपके लिए TET परीक्षा पास करना अनिवार्य है। इस एग्जाम में दो प्रकार की परीक्षाएं होती है:-
एक परीक्षा जो Lower Primary स्तर की होती है वह क्लास 1 से 5 तक की कक्षाओं के बच्चों को पढ़ाने के लिए अनिवार्य है।
और दूसरी क्लास 6 से 8 तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए है जिसे Upper Primary स्तर की परीक्षा कहा जाता है।
टेट की परीक्षा केंद्र और राज्य दोनों स्तर पर कराई जाती है। केंद्र के द्वारा कराई गई परीक्षा को सीटेट(CTET) कहा जाता है और राज्य सरकार की तरफ से कराई गई परीक्षा को TET कहा जाता है। यह परीक्षा जिस राज्य के द्वारा कराई जाएगी पहले उसका नाम आ जाएगा जैसे अगर उत्तर प्रदेश की सरकार टेट परीक्षा का आयोजन कराती है तो उसे यूपीटेट (UPTET ) कहा जाता है। यदि मध्य प्रदेश की सरकार टेट की परीक्षा का आयोजन कराती है तो उसे एमपी टेट (MPTET) कहा जाएगा।
TET का पूरा नाम क्या है ? What is TET?
TET का पूरा नाम “Teacher Eligibility Test” होता है। ये भारत में सरकारी अध्यापकों के लिए एक प्रवेश परीक्षा है। जो कक्षा 1 से ले के कक्षा 8 तक के बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ाना चाहते हैं उनके लिए इस परीक्षा को उत्तीर्ण करना जरूरी कर दिया गया है।
CTET का पूरा नाम क्या है ?What is CTET ?
CTET का पूरा नाम “Central Teacher Eligibility Test” होता है। ये भी TET की तरह है।इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद आप किसी भी सरकारी स्कूल में पढ़ाने के योग्य माने जाएंगे। ये एग्जाम केंद्र सरकार द्वारा करवाया जाता है। और इसमें अधिकतर केंद्रीय स्कूलों में अध्यापक बनने के मौके मिलते हैं।
TET और CTET में क्या अंतर होता है? What is the Difference between TET and CTET
TET और CTET दोनों सरकारी स्कूलों में टीचर बनने के लिए आवश्यक है। TET राज्य सरकार द्वारा करवाया जाता है और CTET केंद्र सरकार द्वारा।
यदि आप अपने ही राज्य में सरकारी अध्यापक बनना चाहते हैं तो आपके लिए TET को उत्तीर्ण करना आवश्यक होगा।
यदि आप CTET उत्तीर्ण करते हैं तो आप भारत के किसी भी राज्य के केंद्रीय विद्यालय में नौकरी कर सकते हैं। इसके साथ ही आप एनवीएस स्कूलों में भी नौकरी पा सकते हैं। मतलब कि आप केंद्र सरकार द्वारा संचालित सभी प्रकार के विद्यालयों में सरकारी अध्यापक बन सकते हैं।
CTET की परीक्षा का स्तर TET से थोड़ा कठिन माना जाता है।
TET राज्यीय स्तर का होता है और CTET केंद्रीय स्तर का होता है।
TET एग्जाम को प्रत्येक राज्य का शिक्षा बोर्ड करवाता है और CTET एग्जाम को सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ सेकंडरी एजुकेशन (CBSE) के द्वारा कराया जाता है। जो मानव विकास मंत्रालय के निर्देशानुसार कार्य करती है।
सरकार इन परीक्षाओं के माध्यम से सरकारी स्कूलों के लिए योग्यतम शिक्षकों का चयन करती है। जिससे शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाया जा सके और सरकारी स्कूलों में भी उस स्तर की शिक्षा प्रदान की जा सके जिससे बच्चे का विकास हो और साथ ही उससे देश का भी विकास हो।
टेट परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद आप ने जिस राज्य से परीक्षा उत्तीर्ण की है केवल उस राज्य के सरकारी स्कूलों में टीचर बन सकते हैं परंतु CTET उत्तीर्ण करने के बाद आप भारत के किसी भी राज्य के स्कूलों में अप्लाई कर सकते हैं । मतलब आप अपने राज्य के अलावा किसी भी दूसरे राज्य में सरकारी स्कूलों के लिए निकली वैकेंसी के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
TET या सीटेट दोनों परीक्षाओं के लिए योग्यता समान है। इस परीक्षा को देने के लिए आपके पास B.Ed की डिग्री होना अनिवार्य है।
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