माता सिद्धिदात्री
माता सिद्धिदात्री
सिद्धिदात्री मां अष्ट सिद्धियों की स्वामिनी है एवं अपने भक्तों को यह सिद्धियां देती हैं पुराणों के अनुसार स्वयं शिव जी ने सिद्धियों की प्राप्ति के लिए मां सिद्धिदात्री की तपस्या की थी । इन्हीं सिद्धियों के पश्चात भगवान शिव का आधा शरीर देवी का हुआ तथा इन्हीं सिद्धियों की वजह से भगवान शिव को अर्धनारीश्वर कहते हैं।
माता का स्वरुप
मां कमल पर विराजमान होती हैं तथा मां की चार भुजाएं हैं एक हाथ में गदा चक्र तथा अन्य दोनो हाथो में शंख और कमल है।
पूजन सामग्री
माता के पूजन में अन्य पूजा सामग्री के आलावा भोग लगाने के लिए धान का लावा अर्पित करना चाहिए।
महत्व
माता के इस रूप की पूजा करने से जातक को समस्त सिद्धियों एवं नौ निधियों की प्राप्ति होती है। जातक के सभी रोगो का नाश होता है।
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