Features of Rafale Fighter Planes
राफेल लड़ाकू विमान की विशेषताएँ
Rafale Fighter Plane |
हेलो दोस्तों,
बुधवार 29 जुलाई 2020 को लड़ाकू विमान राफेल ने अंबाला एयर बेस पर लैंडिंग की थी। जिसे लेकर पूरे भारत वासियों में उत्साह दिखाई दे रहा था। आखिर इस fighter plane Rafael में ऐसी क्या विशेषताएं हैं जिसे लेकर सभी में उत्साह दिखाई दे रहा था।
इस लेख में हम राफेल विमान की विशेषताओं के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।
राफेल लड़ाकू विमान क्या है?
Rafale Fighter Plane |
राफेल विमान फ्रांस की विमानन कंपनी दसॉल्ट एविएशन द्वारा बनाया गया 2 इंजन वाला लड़ाकू विमान है।
भारतीय वायुसेना के खास प्रशिक्षित fighter pilot इन विमानों को ला रहे हैं।रास्ते में इन्हें यूएई में फ्रेंच एयरवेज पर एक बार रोका गया। यहां उतरने से पहले ग्रीस या इजरायल के समुद्र के ऊपर हवा में ही फ्रेंच एयर फोर्स टैंकर से इसमें ईंधन भरा गया।
फ्रांस में भारत के राजदूत जावेद अशरफ ने सोमवार को मेरिग्नैक एयरवेज से पांच विमानों की पहली खेप को रवाना किया। चीन के साथ वर्तमान में जो तनाव चल रहा है उसको देखते हुए राफेल विमानों को जल्द ही लद्दाख के क्षेत्र में तैनात किया जाएगा।
राफेल की लैंडिंग कहाँ हुई थी ?
Ambala Air Force Station ऐसे क्षेत्र में हैं जिसे बाढ़ ग्रस्त माना जाता है। भौगोलिक दृष्टि के चलते अत्याधिक बारिश होने पर इस विशाल एयर फोर्स स्टेशन में भी बारिश का पानी आ जाता है जिसके कारण यहां पर बाढ़ जैसे हालात बन जाते हैं।राफेल के विशाल hanger और weapons storage दोनों को बाढ़ जैसी संभावना से पूरी तरह सुरक्षित बनाया गया था।
मौसम विभाग के अनुसार 29 जुलाई को अंबाला के अधिकतर इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है। इस बात को ध्यान में रखते हुए इसके लिए दूसरा विकल्प जोधपुर एयर फोर्स स्टेशन पर बनाया गया था।
जोधपुर एयर फोर्स स्टेशन पर भी राफेल विमानों के hanger तैयार किए गए थे क्योंकि अंबाला से पहले राफेल विमानों की squadron जोधपुर में ही तैयार की जानी थी। लेकिन पश्चिमी मोर्चे पर चल रहे मौजूदा सुरक्षा परिस्थितियों को देखते हुए इसे अंबाला में शिफ्ट किया गया।
भारत में राफेल का स्वागत
अंबाला में राफेल का स्वागत सादा ही था। Air Force authority ने चीन के साथ चल रही तनातनी के माहौल और महामारी के इस दौर को ध्यान में रखते हुए राफेल की induction ceremony को टाल दिया था। इस दौरान किसी भी प्रकार का कोई बड़ा समारोह नहीं हुआ थाा ।हालांकि औपचारिक समारोह अगस्त के मध्य में किया गया।weapons storage को गोपनीय रखा गया हैं । जहां राफेल के हथियारों एवं मिसाइलों को सावधानी के साथ सहेज कर रखा गया हैं। हथियारों की lifting व्यवस्था के साथ-साथ किस तापमान में रखना है इसका पूरा सिस्टम तैयार किया गया है।
राफेल के स्क्वाड्रन का नाम क्या हैं?
राफेल के स्क्वाड्रन का नाम "गोल्डन एरो" हैं और इसे वायु सेना की 17 वी स्क्वाड्रन के तौर पर जाना जाता हैं।भारत ने फ्रांस से कितने राफेल विमान खरीदने का करार किया हैं?
भारत ने 4 साल पहले फ्रांस के साथ 36 राफेल विमान खरीदने के लिए 59,000 करोड रुपए का करार किया था। इनमें से 30 लड़ाकू विमान है जबकि छह ट्रेनर विमान है। सरकार के मुताबिक 36 राफेल विमानों की आपूर्ति 2021 के आखिर तक पूरी कर ली जाएगी।हालांकि पहली खेप कि मई तक आपूर्ति की जानी थी लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसमें देरी हुई।राफेल लड़ाकू विमान की विशेषताएं (Features of Rafale Fighter Planes)
Rafael Fighter Plane |
- राफेल एक बहुत ही उपयोगी लड़ाकू विमान है।
- इसके एक विमान को बनाने में 70 मिलियन की लागत आती है।
- इस विमान की लंबाई 15.27 मीटर होती है और इसमें एक या दो पायलट ही बैठ सकते हैं।
- यह विमान ऊंचे इलाकों में भी लड़ने में माहिर है।
- राफेल एक मिनट में 60 हजार फुट की ऊंचाई तक जा सकता है।
- यह अधिकतम 24,500 किलोग्राम का भार उठाकर उड़ने में सक्षम है।
- इसकी अधिकतम रफ्तार 2200 से 2500 किमी. प्रतिघंटा है।
- इसकी रेंज 3700 किलोमीटर है।
- यह विमान ऑप्ट्रॉनिक सिक्योर फ्रंटल इंफ्रारेड सर्च और ट्रैक सिस्टम से युक्त हैं ।
- राफेल में MBDA,MICA,MBDA meteor और MBDA Apache जैसी कई तरह की खतरनाक missiles और गन लगी होती हैं, जो पल भर में दुश्मनों को मिट्टी में मिला सकती है।
- इसमें लगी 1.30mm की एक गन एक बार में 125 राउंड गोलियां चलाने में सक्षम है।
- इसमें लगी मेटेओर मिसाइल 100 किलोमीटर दूर उड़ रहे फाइटर जेट को भी पलभर में मार गिराने में सक्षम है। इस तरह का मिसाइल चीन-पाकिस्तान समेत पूरे एशिया में किसी के पास भी नहीं है।
- 150 किमी से अधिक विज़ुअल रेंज मिसाइल, हवा से जमीन पर मार वाली स्कैल्प मिसाइल से युक्त हैं।
- राफेल विमान में हेल्मेट माउंटेड साइट्स और लक्ष्य को भेदने की प्रणाली है ताकि पायलट बहुत कम समय में हथियारों को शूट कर सकें।
- राफेल विमान में बहुत ऊंचाईवाले एयरबेस से भी उड़ान भरने की क्षमता है। लेह जैसी ऊंचाईवाली जगहों और ठंडे मौसम में भी विमान तेजी से काम कर सकता है।
- राफेल विमान हवा में उड़ने हुए भी अपना इंधन ले सकता है।इसके लिए इसे जमीन पर उतरने की आवश्यकता नहीं हैं।
- यह दो इंजन वाला लड़ाकू विमान है।
हमें आशा हैं कि इस लेख से आपको राफेल लड़ाकू विमान के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त हो गई होगी। आपको यह लेख अच्छा लगा तो कमेंट करना और शेयर करना मत भूलिए।
धन्यवाद!
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