क्या आप जानते है पानी पीने का सही तरीका? The right way to drink water
अब सवाल उठता है कि पानी किस प्रकार पिये जिससे वह हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो? आयुर्वेद या प्राकृतिक चिकित्सा में पानी पीने का सही तरीका क्या है?
इस लेख में हम पानी पीनेेे से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बातों को लेकर आए हैं जो आपके स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है। पानी पीने सेेे संबंधित निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:-
पानी का तापमान हमारे शरीर के तापमान से कम या अधिक हो सकता है।
जब हम जल्दी-जल्दी पानी पीते हैं तो पानी का तापमान हमारे शरीर के तापमान के बराबर ना होने के कारण अंदरूनी नाजुक अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है।जिससे उन अंगों के ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है और कार्यक्षमता प्रभावित होती है जिससे कई तरह की बीमारियाँ उत्पन्न होती हैं जैसे कब्ज, गैस, एसिडिटी।
पानी का तापमान सामान्य रहे:- शरीर के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए जरूरी है कि पानी का तापमान सामान्य रहे मतलब ज्यादा ठंडा और गर्म नहीं होना चाहिए क्योंकि जब हम अपने शरीर के तापमान से अधिक या कम तापमान का पानी पीते हैं तो उसका बुरा असर हमारे अंगों पर पड़ता है। इसलिए चाहे कितनी ही गर्मी क्यों न हो फ्रिज का ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए।न ही ज्यादा गर्म पानी पीना चाहिए।
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खाना खाने के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए:- जब हम खाना खाते हैं तब बीच-बीच में हमें एक-एक घूंट पानी पीना चाहिए। भोजन करने के बाद पानी नहीं पीना चाहिए
क्योंकि खाने को पचाने के लिए हमारे शरीर में पाचक अग्नि जिसे जठराग्नि के नाम से जाना जाता है कि आवश्यकता होती है। अगर हम खाने के बाद पानी पी लेते हैं तो यह आग (पाचक अग्नि) ठंडी पड़ जाती है। जिससे भोजन को पचने में काफी समय लगता है। अतः खाने के कम से कम 30 मिनट पहले और बाद में ही पानी पीना चाहिए। सर्वश्रेष्ठ होगा कि खाना खाने के कम से कम 1 घंटे पहले या 1 घंटे बाद ही पानी पिया जाये।
पानी रखने का बर्तन:- कभी भी पानी प्लास्टिक के बर्तन में नहीं रखना चाहिए और ना ही पीना चाहिए। पानी रखने का सबसे अच्छा तांबे का बर्तन होता है। इसके अलावा आप स्टील और मिट्टी के बर्तन (earthen pot) का भी इस्तेमाल कर सकते है।
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पानी प्लास्टिक के बर्तन में न ही रखना चाहिए न पीना चाहिए।
पानी पीनेका सही समय:- पानी सुबह खाली पेट पीना बहुत फायदेमंद होता है। खाना खाने के तुरंत बाद और शाम को, रात को सोने से पहले ज्यादा पानी का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि जब हम रात को ज्यादा पानी पी लेंगे तो हमने बार-बार यूरिन के लिए जाना पड़ेगा।
शरीर के वजन के हिसाब से ही पानी पीना चाहिए:- एक स्वस्थ शरीर के लिए दिन में 4 से 5 लीटर पानी पर्याप्त है। ज्यादा पानी पीना हमारे शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है क्योंकि इसका बुरा असर हमारे किडनी पर पड़ेगा। अधिक पानी पीने पर किडनी को अपनी क्षमता से अधिक कार्य करना पड़ता है जिससे किडनी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। अतः पानी उचित मात्रा में ही पीना चाहिए।
पानी कब नहीं पीना चाहिए
आयुर्वेद के अनुसार खाना खाने के तुरंत पहले, खाना खाने के साथ और खाना खाने के तुरंत बाद पानी पीना स्वास्थ के लिए लाभदायक नहीं होता है। ऐसा करने से पेट सम्बन्धी कई विकार उत्पन्न होते हैं।
गर्म (चाय, कॉफी, दूध, मूंगफली आदि) या ठंडी (तरबूज, खीरा आदि) तासीर वाले खाद्य पदार्थ, तली-भुनी और मसाले वाले खाद्य पदार्थ खाने के तुरंत बाद में पानी नहीं पीना चाहिए।
धुप से आने के बाद, एक्सरसाइज या शारीरिक मेहनत वाला काम करने के एकदम बाद में पानी नहीं पीना चाहिए।
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