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Saturday, December 5, 2020

प्रथम भारतीय शिक्षक जिसे मिला ग्लोबल टीचर पुरस्कार First Indian teacher to receive Global Teacher Award

 प्रथम भारतीय शिक्षक जिसे मिला ग्लोबल शिक्षक पुरस्कार ( First Indian teacher to receive Global Teacher Award)


प्रथम भारतीय शिक्षक जिसे मिला ग्लोबल टीचर पुरस्कार First Indian teacher to receive Global Teacher Award



 शिक्षक जो की अक्सर सम्मान के अधिकारी होते हैं यदि उन्हें किसी प्रकार का पुरस्कार मिले तो यह और भी गौरव की बात होती है। ऐसा ही गौरव हमारे देश को भी प्राप्त हुआ है। 

रंजीत सिंह दिसाले जो महाराष्ट्र के सोलापुर में  सरकारी प्राथमिक स्कूल के शिक्षक हैं, को ग्लोबल टीचर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। $10 लाख इनामी राशि वाला ग्लोबल टीचर प्राइस 2020 जीतकर रंजीत सिंह दिसाले ने देश का नाम और शिक्षकों का नाम रोशन किया है।

अभिनेता स्टीफन फ्राई ने लंदन में यूनेस्को और लंदन के वार्की फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक ऑनलाइन समारोह में उनके ग्लोबल टीचर पुरस्कार के लिए चुने जाने की घोषणा की थी। पहली बार भारत के किसी शिक्षक को यह अवार्ड मिला है।

  इस पुरस्कार में उन्हें 7.37 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। दुनिया के 140 देशों से 12 हजार से अधिक शिक्षकों में से रंजीत सिंह दिसाले को चुना गया है। 

इस अवसर पर दिसाले ने कहा कि ज्ञान सिर्फ बांटने की चीज है और वह सरहदों से परे जाकर छात्रों के लिए काम करना चाहते हैं क्योंकि वह पूरी दुनिया को एक कक्षा के तौर पर देखते हैं।

 दिसाले ने यह भी कहा कि वह पुरस्कार राशि में से 20% रकम अपने 'Let's cross the Border 'project  को देंगे। इसका उद्देश्य संघर्ष प्रभावित देशों भारत, पाकिस्तान, इजरायल, ईरान, इराक, उत्तर कोरिया के छात्रों और युवाओं के बीच अमन कायम करना है। 

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रंजीत सिंह दिसाले को यह पुरस्कार क्यों प्राप्त हुआ?


रंजीत सिंह दिसाले को  बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने एवं देश में त्वरित कार्रवाई कोड वाली पाठ्यपुस्तक क्रांति में अथक प्रयास के लिए यह प्राइज मिला है ।

दिसाले ने पहली बार किताबों में  क्यूआर कोड शुरू करने की पहल की। उन्होंने हर पाठ और कविताओं का क्यूआर कोड बनाया है।

 2017 में महाराष्ट्र सरकार को ये प्रस्ताव भी  दिया कि सभी सिलेबस को इससे जोड़ दिया जाए। विभिन्न प्रयोग के बाद  राज्य सरकार ने सभी श्रेणियों के लिए क्यूआर कोड पाठ्यपुस्तकें शुरू करने का ऐलान किया। अब तो एनसीईआरटी ने भी ये घोषणा कर दी है।


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क्यूआर कोड (QR code) क्या होता है  ?


क्यूआर कोड का पूरा नाम है क्विक रिस्पॉन्स कोड(Quick Response code) हैं । इसे बारकोड की अगली पीढ़ी (generation ) कहा जाता है। ये चौकोर (square) आकार के कोड होते हैं, जिसमें कई तरह की जानकारियां सुरक्षित रहती हैं। यह तेजी से स्कैन करने का काम करता है।  जिसमें सारी जानकारी होती है।

यह सभी उत्पादों पर होता हैं। इस को scan करते ही उस products के बारे में सारी जानकारी प्राप्त हो जाती है।

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