Benifits of Tulsi leaves:- तुलसी का सेवन किन बीमारियों से दूर रखता है?और तुलसी कितने प्रकार की होती हैं?
बदलते मौसम, अनियमित दिनचर्या और खानपान में लापरवाही आपको बीमार कर सकती है। ऐसे में इन चीजों पर आपको ध्यान देना बहुत जरूरी है। इसके अलावा योग और व्यायाम को भी आप अपने दैनिक जीवन में शामिल करते हैं तो वह भी आपको फिट रहने में मदद करता है।सही खानपान और योग आपके जीवन को स्वस्थ और सुखमय बनाता है।
घर के आंगन की शोभा और आयुर्वेद की संजीवनी बूटी तुलसी हमारे आसपास के पर्यावरण को और हमारे स्वास्थ्य के लिए एक वरदान है।आज दुनिया की सभी देश तुलसी की महत्ता को मानते हुए अनेकों औषधियों के निर्माण में इसका इस्तेमाल करते हैं। तुलसी के अंदर मौजूद एंटी माइक्रोवेल गुण बैक्टीरिया या जीवाणु रोधी हैं। इसमें मौजूद anti-stress गुण आपको तनाव में राहत देने में भी मददगार हैं।तुलसी के इस्तेमाल से आप अंदर से मजबूती महसूस करेंगे और तन मन स्वस्थ रखने में आपको सहायता मिलेगी।
आज के लेख में हम आपको तुलसी जो कि दुनिया में संजीवनी बूटी के तौर पर जानी जाती है उसके सेवन से क्या फायदे होते हैं?और यह कितने प्रकार की होती हैं? इसके बारे में बताएंगे।
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तुलसी कितने प्रकार की होती हैं?
भारत में तुलसी 5 प्रकार की होती हैं:-
श्याम तुलसी,
राम तुलसी,
श्वेत/विष्णु तुलसी,
वन तुलसी,
नींबू तुलसी
तुलसी हमारे शरीर के लिए ऊर्जा शक्ति की तरह है बदलते मौसम और सर्दी के कारण या अन्य किसी वजह से आप सिर दर्द से पीड़ित हैं तो आप चाय में तुलसी का प्रयोग कर पी सकते हैं इससे आपको काफी राहत मिलेगी।
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वर्तमान युग में तुलसी से निर्मित तुलसी का ड्रॉप भी बाजार में आसानी से उपलब्ध है। यह तुलसी ड्राप रोग प्रतिरोधक शक्ति को मजबूत बनाने में सक्षम भूमिका निभाता है। यह इन्फेक्शन आदि से बचाव कर शरीर को निरोगी रखने में सहायक सिद्ध होता है।तुलसी का प्रयोग इम्यूनिटी पावर और संक्रमण के बचाव के तौर पर सहायक के रूप में किया जाता है।
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तुलसी के इस्तेमाल से निम्नलिखित फायदे होते हैं :-
रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी
जो कि मानव के शरीर में प्रतिरक्षा प्रणाली को सुधारते हैं। तुलसी एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है। तुलसी के बीजों में फ्लैवोनोइड्स और फेनोलिक शामिल होते हैं जो कि शरीर में फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाती है। अगर आप इसकी पत्तियों से बनी हर्बल-टी बनाकर पीते हैं।या इसकी पत्तियों से बना काढ़ा पीते हैं उससे शरीर को विशेष लाभ होता है।
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खांसी - जुकाम दूर करे
सर्दी जुकाम अक्सर सभी को हो जाता हैं । तुलसी इंसान को सर्दी और जुकाम में भी राहत प्रदान करने का काम करती है। एंटीस्पास्मोडिक प्रभाव वाली तुलसी सर्दी और जुकाम से परेशान लोगों की मदद करती है।
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दिल को सेहतमंद रखे
तुलसी को हृदय का साथी भी माना जाता है। इसमें मौजूद कार्डियोप्रोटेक्टिव दिल को सेहतमंद रखने में सहायक है।इसका सेवन किसी भी रूप में आपके दिल के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं।
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पिंपल्स को करे खत्म
पिंपल्स दूर करने के लिए आप तुलसी के पत्तों को बारीक पीस कर उसमें संतरे के छिलकों का पाउडर और गुलाब जल मिलाकर पेस्ट तैयार करें। इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगा कर15 मिनट के लिए रहने दें और उसके बाद सादे पानी से धो लें।
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तनाव से मुक्ति
जिंदगी में परेशानियों आती रहती हैं और हम उससे जूझ रहते हैं ऐसे में हम मानसिक तनाव से पीड़ित हो जाते हैं।इससे राहत दिलाने में तुलसी मदद करती हैं। तुलसी एंटी- स्ट्रेस एजेंट गुणों से भरपूर होती हैं जो कि इंसान के शरीर में मानसिक परेशानी और तनाव को दूर करते हैं।
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इस प्रकार आप तुलसी का नियमित सेवन कर विभिन्न बीमारियों से दूर रह सकते हैं। इसलिए तुलसी का एक पौधा अपने घर में जरूर लगा। यह आप के घर के वातावरण और आपके स्वास्थ्य दोनों के लिए लाभकारी हैं।
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